नई दिल्ली, नेशनल जनमत ब्यूरो।
रेप केस के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 10 साल की सज़ा सुनाई। सज़ा सुनते ही बाबा ने नया दांव चला। लेकिन बाबा का यह दांव भी कामयाब नहीं हुआ और उसका भी पर्दाफाश हो गया।
रोहतक के सुनेरिया जेल में बनी स्पेशल कोर्ट में जज गुरदीप सिंह ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद बाबा को 10 साल की सजा सुनाई। सजा सुनाए जाने के बाद बलात्कारी बाबा कोर्ट रूम में फर्श पर बैठकर जोर-जोर से रोने लगा। इससे पहले बाबा ने कोर्ट रूम में जज साहब से रो-रोकर, हाथ जोड़कर रहम की अपील की।
सजा दिए जाने के बाद बाबा ने बीमारी का बहाना किया लेकिन बाबा की ये चाल काम नहीं आई। जेल में बने कोर्ट रूम में ही मेडिकल टीम ने राम रहीम का चेकअप किया और उसे मेडीकली फिट पाया गया।
बाबा की ये हालत देखकर उनके वकील ने जज से गुजारिश की कि राम रहीम समाजसेवी हैं, इसलिए उन्हें माफी दी जाय। बचाव पक्ष के वकील ने कोर्ट को यह भी दलील दी कि बाबा ने स्वास्थ्य शिविर लगवाए, रक्त दान कैम्प लगवाए हैं। इस पर जज ने कहा, लगवाए होंगे और किए होंगे सामाजिक काम लेकिन उन्होंने बलात्कार भी किया है, इसलिए उन्हें सजा भी मिलेगी।
आईपीसी की तीन धाराओं 576, 506 और 509 के तहत दोषी राम रहीम को पहले में 10 दूसरे में एक और दो साल यानी कुल 13 साल की सजा सुनाई गई है लेकिन ये सभी सजा एक साथ चलेगी। इसके अलावा बाबा पर 65 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया ।
जज ने हेलीकॉप्टर में बाबा की बेटी हनीप्रीत को साथ लाने पर फटकार लगाई। इससे पहले जज ने दोनों पक्षों को अपनी-अपनी बात रखने के लिए 10-10 मिनट का समय दिया। सीबीआई के वकील ने मामले में अधिकतम सजा देने की मांग करते हुए राम रहीम को उम्रकैद देने की मांग की थी।
आपको बता दें बाबा को सज़ा सुनाए जाने से नाराज़ उनके समर्थकों ने सिरसा के फुल्का में दो गाड़ियां फूंक दीं। वहीं शुक्रवार से जारी हिंसा में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
शर्मनाक: बलात्कारी बाबा के दामाद का खुलासा, राम रहीम के अपनी ही बेटी से थे अवैध संबंध
कब समझोगे? धर्म, अध्यात्म, आत्मा-परमात्मा, पुनर्जन्म, मोक्ष सब बाबाओं के धन उगाहने के साधन हैं
बलात्कारी, हिंसक और उपद्रवी बाबाओं का एक मात्र ठिकाना है बीजेपी- आचार्य प्रमोद कृष्णम