लखनऊ, नेशनल जनमत ब्यूरो
मेरठ में एनसीईआरटी की 70 करोड़ की नकली किताब छापने के मामले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई में भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता का नाम सामने आने के बाद चाल-चरित्र और चेहरे की बात करने वाली पार्टी ने अपना दामन बचाने के लिए संजीव को सभी पदों से हटाते हुए प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए प्रदेश अध्यक्ष को रिपोर्ट भेजी है।
शुक्रवार को पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए संजीव गुप्ता और उनके रिश्तेदार सचिन गुप्ता के प्रिंटिंग प्रेस में धाबा बोला जिसमे बड़ी मात्रा में NCERT की नकली किताबें बरामद हुई. बताया जा रहा है कि जब किताबों की छपाई के बारे में पुलिस को पता चला तो उसके पहले सबूत मिटाने के लिए गोदाम में आग लगा दी गयी थी. लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुँच कर काफी संख्या में किताबों को जलने से बचा लिया.
NCERT की नकली किताब छपाई के मामले में अब तक पुलिस ने बीजेपी नेता समेत 8 पर FIR, 4 दोषियों को अरेस्ट और लगभग 70 करोड़ की किताबे जब्त की है. पुलिस टीम मामले की सख्ती से जाँच में जुटी हुई है.
डीएसपी बृजेश कुमार सिंह के मुताबिक, ये सभी किताबें छपने के बाद उत्तर-प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, उतराखंड, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, उड़ीसा, मध्यप्रदेश, पंजाब, बिहार, राजस्थान, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में बड़े पैमाने पर सप्लाई की जा रही थी.
गजरौला में 36 घंटे से एसटीएफ की कार्रवाई जारी–
NCERT की डुप्लीकेट किताबें छापने के मामले में यूपी एसटीएफ की कार्रवाई पिछले 36 घंटे से जारी है। एक टीम मेरठ तो दूसरी टीम गजरौला में डेरा डाले है। किताबों की गिनती चल रही है। अब तक करीब 20 लाख किताबों की गिनती पूरी हो चुकी है। कुछ और भी प्रिंटिंग प्रेस व गोदामों की खबर मिली है। उन पर एसटीएफ गोपनीय काम कर रही है। गजरौला में इंस्पेक्टर सुनील कुमार और मेरठ में सब इंस्पेक्टर संजय कुमार ने कार्रवाई की। दोनों टीमों का नेतृत्व एसटीएफ डीएसपी ब्रजेश कुमार सिंह ने किया। दोनों जनपदों में कार्रवाई के दौरान डीएसपी स्वयं मौजूद रहे। गजरौला की कार्रवाई पूरी रात चली।
आठ साल में कमाए 40 करोड़ –
मेरठ में गोदाम कर्मचारियों ने बताया कि यहां एनसीईआरटी की किताबें फर्जी तरीके से छापी जाती हैं। फर्जी तरह से उनके बिल बनते हैं। इसके बाद कई राज्यों में सप्लाई होती हैं। मजदूरों ने बताया कि संजीव गुप्ता के लिए वह पिछले आठ साल से यही काम कर रहे हैं। एसटीएफ का अनुमान है कि आरोपियों ने करीब 40 करोड़ की अवैध संपत्ति इस काली कमाई से जुटाई है।
इनके खिलाफ एफआईआर-
1- संजीव गुप्ता निवासी मोहल्ला भाटवाड़ा बुढ़ाना गेट (मालिक)
2- सचिन गुप्ता निवासी सुशांत सिटी (मालिक)
3- विकास त्यागी निवासी मेरठ (मुख्य सहयोगी)
4- नफीस निवासी मेरठ (मुख्य सहयोगी)
5- सुनील कुमार निवासी इंद्रानगर ब्रह्मपुरी (सुपरवाइजर)
6- शिवम निवासी बागपत बस स्टैंड मेरठ (बिलिंग)
7- राहुल निवासी नई गोविंदपुरी कंकरखेड़ा (बिलिंग)
8- आकाश निवासी इंद्रानगर ब्रह्मपुरी (मार्केटि
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