फर्रुखाबाद/रायबरेली। नेशनल जनमत संवाददाता
अवसर मिलेगा तो साबित करके ही दिखाएंगे किसान कौम में जन्मे लोगों का यही सिद्धांत होता है. इसे साबित करके दिखाया है फर्रुखाबाद के लाल शिवि पटेल और रायबरेली की बेटी अंकिता पटेल ने. दोनों मेधावियों का चयन भारतीय अंतरिक्ष अनुसन्धान संगठन ( इसरो) में वैज्ञानिक के पद पर हुआ है.
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फर्रुखाबाद के हैं शिवि पटेल-
शिवि के पिता डॉ. श्याम लाल देव निर्मोही साहित्यकार और पूर्व प्रवक्ता हैं. शिवि के भाई डॉ. सपनेश मणि पटेल ने बताया कि शिवि शुरू से ही मेधावी छात्र रहे. शिवि की प्रारम्भिक शिक्षा फर्रुखाबाद से ही हुई. भीमराव अंबेडकर वि.वि. इटावा से बीटेक करने के बाद आईआईटी पटना से एमटेक किया और इसी दौरान गेट क्वालिफाइड किया.
बड़े भाई डॉ. संदेश पटेल केजीएमयू में डेंटिस्ट हैं-
शिवि के बड़े भाई डॉ. सन्देश पटेल केजीएमयू लखनऊ में डेंटिस्ट हैं स्वयं डा. सपनेश मणि पटेल शिक्षक हैं. शिवि के पिता डा. श्याम निर्मोही स्वयं वैज्ञानिक बनना चाहते थे पर आठवीं पासमें करने के समय पूरी जानकारी न होने पर वह आर्ट साइड के छात्र बन गए. उन्हें ख़ुशी है कि वैज्ञानिक बनने की उनकी मंशा उनके बेटे ने पूरी की है. शिवि की मां श्रीमती सुधा सिंह शिक्षक हैं ने बताया कि शिवि ने अपने आगे की दिशा स्वयं तय की है. शिवि शुरू से ही पढ़ाई में बहुत तेज और मिलनसार बच्चा रहा है.
रायबरेली की बिटिया हैं अंकिता पटेल –
रायबरेली के दूरवाणी नगर निवासी तीर्थ राज पटेल की पुत्री अंकिता भी इसरो पहुंचेंगी. अंकिता के पिता तीर्थ राज पटेल वायुसेना में हैं. ताऊ आशाराम पटेल सेवानिवृत्त फार्मेसी अधिकारी आइटीआइ हैं.आशाराम ने कहा कि भतीजी की सफलता पर उन्हें नाज है अंकिता शुररु से ही मेधावी रही है तथा इच्छा वैज्ञानिक बनने की थी जो पूरी हो गई. अंकिता अभी बैंगलुरू में ही है. उसने फोन पर अपनी सफलता के बारे में बताया. पूरा परिवार उसकी सफलता से खुश है.
अंकिता का शिक्षित परिवार है-
अंकिता का पूरा परिवार शिक्षित है. अंकिता के चचेरे भाई सुशील कुमार पटेल आईएएस हैं जो कि अभी नागालैंड कैडर में हैं. जबकि सलिल कुमार सुल्तानपुर में एसडीएम और बड़े चचेरे भाई अनिल पटेल सिंचाई विभाग में एसडीओ हैं.
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