नई दिल्ली। नेशनल जनमत ब्यूरो
देश में जब भी हिन्दू-मुस्लिम की बात होती है। दलितों को सबसे पहले हिन्दू होने का पाठ पढ़ाकर उन्हे लड़ने के लिए आगे कर दिया जाता है। बात विवादित ढांचा गिराने की हो, गुजरात दंगों की हो या किसी और हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर किसी और लड़ाई की, धर्म का नाम लेकर दलित-पिछड़ों को ही आगे कर दिया जाता है।
जब संसाधनों में हिस्सेदारी की बात आती है तो हिन्दूओं को तुरंत दलित-पिछड़ा बनाकर उनको जातिवाद में बांट दियाा जाता है। इसी ऊंच-नीच और गैरबराबरी को बचाए रखने के लिए आरएसएस आरक्षण का विरोध भी करती है औऱ हिन्दू हितों का संगठन होने का दावा भी।
आरएसएस के इसी चरित्र पर सामाजिक कार्यकर्ता संतोष वर्मा लिखते हैं कि-
RSS कहती है कि गर्व से कहो हम हिन्दू हैं। अब पिछड़े वर्ग के लोगों से मै पूछना चाहता हूं, कि किस बात पर गर्व करें?
1-अपने पिछड़े होने पर।
2-जिस धर्म में हमे ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य के बाद चौथे वर्ण मे रखा गया इस बात पर गर्व करें।
3-केन्द्रीय सचिवालय मे एक भी IAS अधिकारी नही इस बात पर गर्व करे।
4– या इस बात पर गर्व करे कि पीएमओ में एक भी अधिकारी OBC नही।
5-या इस बात पर गर्व करे कि एक भी जज सुप्रीम कोर्ट मे OBC नही।
6– केन्द्रीय विश्वविद्धालयो मे OBC के प्रोफेसर नही इस बात पर गर्व करें।
7- या इस बात पर गर्व करें कि पिछड़ों का एक भी राष्ट्रीय स्तर का अखबार या न्यूज चैनल नही।
8- या इस बात पर गर्व करे कि 52%आबादी के बावजूद हमारा एक भी कैबिनेट मंत्री भारत सरकार मे नहीं सिवाय उमा भारती के। वह भी महत्वहीन विभाग जिससे OBC का कोई भला नही।
9- राम मंदिर बनने के बाद OBC के गर्व का कारण जबकि वहां किसी भी बड़े मंदिर मे मंहत या पुजारी नही पिछड़ा नहीं।
मै पूछता हूं कि किस बात पर पिक्षड़ा वर्ग गर्व से कहे कि वह हिन्दू है।
हां कहो गर्व से हम अर्जक है। कहो गर्व से हम श्रमशील हैं। कहो गर्व से कि हम कृषक है। हम चरवाहे है। कहो गर्व से हम उत्पादक है।अनाज, फल, सब्जी, मछली, दूध, कपास, ऊन हम ही उत्पादन करते है।
गर्व से कहो हम अशोक महान, हर्ष वर्धन,पेरियार, शिवाजी महाराज,अहिल्या बाई होल्कर,अंवती बाई सोधी, ज्योतिबा फूले-सावित्रीबाई फुले और शाहूजी महाराज, रामस्वरूप वर्मा के वंशज है।
जागो OBC जागो।
35 Comments