नई दिल्ली, नेशनल जनमत ब्यूरो।
भारतीय समाज आज भी दकियानूसी और बेहद ही संकुचित सोच रखने वालों का समाज है। भले ही कोई शिक्षित हो या अशिक्षित उसकी सोच पर रूढ़िवादी परम्पराएं हावी रहती हैं। ऐसा ही एक मामला तमिलनाडु के पालायमकोट्टाई का सामने आया है जहां शिक्षिका की संकुचित सोच की वजह से एक छात्रा ने खुदकुशी कर ली।
हैरत की बात तो देखिए लड़की का गुनाह बस इतना था कि वह पीरियड में थी। इतनी कम उम्र में उसे अपने शरीर में हो रहे बदलावों के बारे में जानकारी नहीं थी। लेकिन टीचर ने उसकी समस्या को समझे बिना उसका डांटना शुरू कर दिया। इसके बाद छात्रा इतनी शर्मिंदा हुई कि उसने मौत को गले लगा लिया।
यह शर्मनाक घटना तमिलनाडु के पालायमकोट्टाई के सेंथिल नगर स्कूल की है। जहां 7वीं में पढ़ने वाली 12 साल की बच्ची एक दिन स्कूल पहुंची तो उसके शरीर से निकला खून उसके कपड़ों सहित बेंच पर लग गया। स्कूल की महिला टीचर ने उस मासूम बच्ची को सबके सामने इतना जलील किया कि वह सदमा बर्दाश्त न कर सकी, और बच्ची ने घर आकर पड़ोसी की छत से कूद कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
मां का शिक्षिका पर गंभीर आरोप-
मृतक लड़की की मां रसावाम्मल बानू ने बताया, “टीचर मेरे बच्चे को काफ़ी वक्त से परेशान कर रही थीं. दो महीने पहले ही मेरी बेटी के पीरियड्स शुरू हुए थे. स्कूल को सूचित करने के बाद उसने एक हफ़्ते की छुट्टी ली. लेकिन जब वो स्कूल लौटी तो होमवर्क पूरा नहीं करने के कारण उसकी पिटाई की गई.”
लड़की की मां ने आगे कहा, “पिछले शनिवार को मेरी बेटी को कक्षा के दौरान ही पीरियड हो गया. उसने टीचर को इसकी सूचना दी तो उन्होंने मेरी बेटी को सलवार उठाने को कहा और उसे डस्टर के कुशन को पैड के रूप में इस्तेमाल करने को दिया. टीचर ने मेरी बेटी को कक्षा के बाहर खड़ा कर दिया.”
लड़की की मां ने सवाल उठाया, “कोई 12 साल की बच्ची कैसे इस अपमान का सामना कर सकती है.”
सुसाइट नोट बहुत ही मार्मिक था-
बच्ची के माता पिता को पहले इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनकी बेटी ने यह कदम क्यों उठाया? जब उन्हें सुसाइड नोट मिला तो उन्हे घटना का पता चला। बच्ची ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, स्कूल में मेरे दोस्तों ने बताया कि तुम्हारे कपड़ों और बेंच पर पीरियड का खून लगा हुआ है, इसके बाद जब छात्रा ने टीचर से बाथरुम जाने की इजाजत मांगी तो टीचर उस पर चिल्ला पड़ी।
पूरे क्लासरुम के सामने टीचर ने बच्ची को फटकार लगाई। महिला टीचर ने कहा, उसे अब तक सैनिटरी पैड्स पहनने का तरीका नहीं समझ में आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महिला टीचर उसे प्रिंसिपल के पास भी ले गई, यहां भी बच्ची को लापरवाह होने के लिए डांट और फटकार का सामना करना पड़ा।
छात्रा की खुदकुशी के बाद उसके माता-पिता ने स्कूल के सामने प्रदर्शन किया। वहीं पुलिस मामले पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कह ही है। पुलिस ने कहा, अब स्कूल टीचर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस बन रहा है।
सुसाइड नोट में लड़की के काफी भावुक बातें लिखी हैं। लड़की लिखती है, ‘मुझे इस चीज के लिए टीचर ने क्यों डांटा, मुझे समझ में नहीं आ रहा मैं क्या कहूं, क्या अब तक आपने मेरे बारे में कोई शिकायत सुनी, लेकिन टीचर ने इस तरह से मेरे बारे में क्यूं बोला?’